Services

श्री प्रीतम शव सेवा वाहन

अब मौत के बाद शव को ले जाने के लिए परेशानी नहीं झेलनी होगी। बस एक नंबर डायल करने पर शीघ्र वातानुकूलित शव वाहन आपके पास पहुंचेगा। जिले भर में कहीं भी शव ले जाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।जिले में पहले एक शव वाहन था। अब शासन ने दो और शव वाहन उपलब्ध करा दिया है। इसके साथ ही तीन शव वाहन जिला homework writing help service cause and effect essay topics personalअस्पताल के पास हो गए हैं। ये वाहन जिले भर में अपनी सेवा देंगे। नंबर डायल करने के बाद बताए पते पर पहुंचने के साथ ही शव को घर तक भी ले जाएगा। जिला अस्पताल के अलावा किसी भी सरकारी अस्पताल, प्राइवेट अस्पताल, घर, किसी भी स्थान से शव ले जाने के लिए वाहन का इस्तेमाल किया जा सकेगा। जल्द ही इसके लिए मोबाइल नंबर भी जारी किया जाएगा।

जिला अस्पताल में एक शव वाहन पहले था दो और वातानुकूलित शव वाहन और मिल गए हैं।

वातानुकूलित शव शयन यान

मानव अवशेष का संरक्षण:-हमारे पास स्वच्छ हालत में मानव अवशेष को संरक्षित करने के लिए फ्रीजर की सुविधा है ताकि उसे अपघटन से बचाया जा सके । यह सुविधा तभी उपलब्ध होती है जब मानव अवशेष हमारी अभिरक्षा में हो । मोबाइल मुर्दाघर:-हम अपने दरवाजे पर मानव अवशेष रखने के लिए संबंधित पक्ष के दरवाजे कदम पर मोबाइल मुर्दाघर सेवाएं प्रदान करते है

स्वामी प्रीतमदास सभाग्रह

स्वामी जी के पोद्यामारियों ने इंदौर में पाई, उठावना, सामाजिक, पारमार्थिक इत्यादि उद्योगों की पूर्ति हेतु शहर के मध्य उचित स्थान की कमी को महसूस किया एवं यह निश्चय किया कि इस कमी को शीघ्र पूर्ण करना समाज हित में एक महायज्ञ होगा । वर्ष 2 0 1 2 में इंदौर नगर निगम के महापौर श्री कृष्ण मुरारी मोघे द्वारा प्रकल्प ‘ ‘आओ बनाएं अपना इंदौर” योजना के अन्तर्गत साधू वासवानी नगर (सिन्धी कॉलोनी), इन्दौर में एक भव्य (आत्याधुनिया सभागृह का निर्माण करने का संकल्प लिया जिसे समाज के विभिन्न वर्गों के सहयोग से पूर्ण करने की परिकल्पना की गई एवं 1 4 जनवरी 2 0 1 2 को इस कमान पर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह जी चौहान के यजमानों से भूमि पूजन सम्पन्न किया|

छात्रों को निशुल्क कापिया वितरण

इस वितरण कार्यक्रम में सभी विद्यार्थियों को स्कूल बैग, छोटी व बड़ी कॉपियां, टिफिन, पानी की बोतल, जेमेट्री बॉक्स, स्केल, शार्पनर, पेंसिल बॉक्स, पेंसिल, पेन और रबर इत्यादि प्रदान किए गए। कार्यक्रम में मौजूद अध्यापकों को मिठाईयां दी गईं।
स्वामी प्रीतमदास गोबिन्दराम पारमार्थिक संस्थान हर वर्ष स्कूली छात्रों को ऐसे ही ज़रूरी सामान जैसे कि स्कूल की ड्रेस, जैकेट और स्टेशनरी जैसी कई वस्तुएं निशुल्क प्रदान करता है।

सेराजेम थेरिपी से उपचार

इस थैरेपी के लिए सेंटर पर सुबह 6 बजे से लाइन लगना शुरू हो जाती है, थैरेपी लेने वालों की संख्या में ज्यादातर महिलाएं होती है| एक बैच में 16 लोगों को निशुल्क थैरेपी दी जाती है| संख्या ज्यादा होने के चलते इन्तजार भी काफी करना पड़ता है, सो इस बीच थैरेपी लेने आने वालों के बीच चर्चा का भी समय मिल जाता है| इसी चर्चा में पता चला कि इस थैरेपी में कई लोगों को असाध्य रोगों में बहुत फायदा हुआ है| आज ही एक लड़का बता रहा था, उसे लकवा हो गया था जिसकी वजह से वह हाथ तक ऊपर नहीं उठा पाता था, पर सिर्फ सात दिन के थैरेपी के बाद आज उसने हाथ ऊपर कर दिखाया, वह बहुत खुश भी था| इसी तरह कई महिलाओं ने घुटनों में दर्द आदि में पूरा फायदा मिलने की बात कही|

जिस तरह पेड़ की मजबूती का आधार उसकी जड़ होती है, भवन की मजबूती का आधार उसकी नींव, गाड़ी का चैसिस ठीक उसी तरह मानव शरीर में रीढ़ की हड्डी आधार होती है| इसी रीढ़ की हड्डी पर हमारा स्नायुतंत्र होता है जिसकी देखभाल से हम शरीर का स्वास्थ्य उत्तम बनाये रख सकते है| Ceragem Therapy में रीढ़ की हड्डी की मशीन द्वारा मसाज की जाती है|

अग्नि दाह संस्कार हेतु सामग्री

पूर्व व्यवस्था- अन्त्येष्टि संस्कार के समय शोक का वातावरण होता है ।। अधिकांश व्यक्ति ठीक प्रकार सोचने- करने की स्थिति में नहीं होते, इसलिए व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना पड़ता है ।। सन्तुलित बुद्घि के अनुभवी व्यक्तियों को इसके लिए सहयोगी के रूप में नियुक्त कर लेना चाहिए ।। कई स्थानों पर संस्कार के लिए अग्नि घर से ले जाने का प्रचलन होता है ।
पूजन की थाली, रोली, अक्षत, पुष्प, अगरबत्ती, माचिस आदि उपलब्ध कर लें ।।
सुगन्धित हवन सामग्री, घी, सुगन्धित समिधाएँ, चन्दन, अगर- तगर, सूखी तुलसी आदि समयानुकूल उचित मात्रा में एकत्रित कर लें ।।
यदि वर्षा का मौसम हो, तो अग्नि प्रज्वलित करने के लिए सूखा फूस, पिसी हुई राल, बूरा आदि पर्याप्त मात्रा में रख लेने चाहिए ।।
पूर्णाहुति (कपाल- क्रिया) के लिए नारियल का गोला छेद करके घी डालकर तैयार रेहता है।